Thursday, November 18, 2010

कल रात बरसी बारिश की रिमझिम फुहार है।



कल रात बरसी बारिश की रिमझिम फुहार है।
सर्दियों की शुरू हो गई अब बहार है।।


अब तो निकलेंगे मोटे कंबल, जैकेस, मौजे और रजाइयां,
हीटर और गीजर भी पानी गर्म करने को तैयार है।
दिन होते जायेंगे अब तो छोटे, छोटे और छोटे,
और रातें बड़ी, बड़ी और बड़ी हो जाने को तैयार हैं।।
कल रात बरसी बारिश...

अब तो नहाना होगा कई-कई दिन में,
तेल-शैंपू भी लंबे समय तक चलने को तैयार है।
सेंट और डियो की नई वैरायटी आ गई है बाजार में,
और जेब पर अतिरिक्त बोझ पडऩे को तैयार है।।
कल रात बरसी बारिश...

बच्चों का स्‍कूल का टाईम भी हुआ चेंज,
सारा शैडयूल नये सिरे से बनने को तैयार है।
जॉब करने वाली मम्मियों का टाईम टेबल बिगड़ा,
इसलिए अब डैडी भी रसोई में मदद करने को तैयार हैं।।
कल रात बरसी बारिश...

अब तो खाने को तरह-तरह के पकवान मिलेंगे,
ये सोचते ही मन ललचाने को तैयार है।
ज्यादा खाकर पेट अगर बाहर आ भी गया,
तो कमर पेटी (बेल्ट) कसकर बंधने को तैयार है।।
कल रात बरसी बारिश...

डाक्टरों की भी होगी चांदी अब तो,
उनके हथियार भी बैग से बाहर आने को तैयार हैं।
क्‍योंकि सर्दी, खांसी और जुकम का आ गया है सीज़न,
डाक्टर दो-दो, चार-चार टीके मरीजों को ठोकने को तैयार हैं।।
कल रात बरसी बारिश...

21 comments:

  1. अच्छी प्रस्तुति. भाई हम क्या करें मुंबई मैं कम्बल ना लिहाफ बस पसीने ही निकलते हैं सर्दिओं मैं

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  2. bohot hi manoranjak rachna :)

    अब तो नहाना होगा कई-कई दिन में,
    तेल-शैंपू भी लंबे समय तक चलने को तैयार है।
    mast lagi ye lines

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  3. हौंसला अफजाई के लिए तहे दिल से शुक्रिया

    एस एम साहब, आप यमुनानगर (हरियाणा)
    घूमने आ जाईये, यहां नदियां हैं, जंगल है,

    पहाड़ हैं, वेदों की स्‍थली है यह जिला ब्रास
    और स्‍टील के बर्तनों का गढ़ है, ऐजूकेशन
    हब हैं
    यहां मतलब
    यहां सर्दी, गर्मी, पतझड़, सावन साल के चारों
    मौसम मिल जाते हैं। जब किसी मौसम से बोर

    होने लगो तभी दूसरा मौसम दस्‍तक दे देता है।

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  4. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति| धन्यवाद|

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  5. इस सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए आपको शुभकामनाएं !!

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  6. very nice bhopal reporter.blogspot.com

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  7. हौंसला अफजाई के लिए बहुत बहुत आभार।

    नया ब्‍लाग :
    http://www.yamunanagarhulchul.blogspot.com/
    आशा है आप भविष्‍य में भी ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहेंगे।

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  8. सुंदर लेखन के लिए आपको शुभकामनाएं

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  9. वाह भाई, मजा आ ग्या।
    घणा ही सुथरा ब्लाग सै।

    राम राम

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  10. राम राम जी


    कमेंट के लिए आपका धन्‍यवाद

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  11. तो आप कविता भी लिखते हैं, पता नहीं था।

    आपका यह ब्लॉग आज ही देखा, आगे से खबर रखेंगे।

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  12. http://www.parikalpna.com/2011/07/%E0%A4%95%E0%A4%B2-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A4-%E0%A4%AC%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A5%80-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%9D%E0%A4%BF/

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