Thursday, December 30, 2010

आओ गाठी पाईये


आज के समय में ये गाठी पाने वाला खेल यदा कदा ही दिखता है। कुछ वर्षों पहले तक बच्‍चे गाठी, गुल्‍ली-डंडा, पतंगबाजी, पकड़मकपड़ाई, लोहा-लक्‍कड़, छुपन-छुपाई, भागमभाग मतलब चैन बनाकर पकड़ना आदि खेल खेला करते थे। पर इन सभी खेलों पर टीवी के कार्टून्‍स ज्‍यादा हावी  हो गये हैं और बच्‍चे क्रिकेट के दीवाने ज्‍यादा होते जा रहे हैं।

3 comments:

  1. क्रिकेट हमारी सभ्यता को नेस्त-नाबूद कर रहा है!

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